Zakir Naik: फटा पोस्टर निकला Zero

znज़ाकिर जी की आजकल न्यूज़ में काफी चर्चा है। इस इंसान ने, अपना नाम यूट्यूब और टेलीविज़न द्वारा बिना सर पैर की बकवास कर कर के बनाया है। हमारे देश में, रट्टा मारने वालो की कोई कम्मी नहीं है। लेकिन ज़ाकिर ने इस कला को नयी उच्चाई पे पहुंचा दिया है। गीता हो या कुरान, बाइबिल हो या डिक्शनरी। ज़ाकिर ने इन सभी किताबो का एक एक पन्ना चाट डाला है।

 लेकिन  किसी  भी कला का असली मज़्ज़ा उसकी पेशकश में है। और अपनी कला को दुनिया को  दिखाने में, ज़ाकिर का कोई मुकाबला नहीं । ज़ाकिर के अधिकतर यूट्यूब क्लिप में यह होता है:

  • ज़ाकिर स्टेज पर खड़ा  होता है , और छाती चौड़ी कर के, दर्शकों से सवाल लेता है।
  • अब आप इससे कोई भी सवाल पूछ लीजिए। साइंस से लेके अपनी वैवाहिक जिंदिगी का- ज़ाकिर का एक ही मकसद है, किसी भी तरह, आपको यकीन दिलाने का की  आपका उपाय, कुरान शरीफ के किसी अनुच्छेद में चिप्पा है।
  •  ज़ाकिर, इस उपाय को कुछ ही क्षणों में अपनी यादाश्त से निकाल के ढून्ढ  देता है, और फिर          आत्मविश्वास और मसाला लगा के आपको वही, उसी समय सुना देता है ।

ज़ाकिर  की ज़्यादातर टिप्पणियों को गम्भीरता से न ले, इसमें ही हमारी भलाई है। नीचे, हमने ज़ाकिर की टिप्पणियों के कुछ उदाहरण दिए है। यह बाते, ज़ाकिर ने असलियत में कही है। हम आपके साथ मज़ाक नहीं कर रहे है! कुछ उदाहरण :

1. “Americans swap wives at will because they eat pigs which also swap their wives.” 
अर्थात
“अमरीकी लोग पत्नी अदला बदली इस लिए करते है, क्योंकि वह सूवर का मॉस खाते है । सूवर भी पत्नी अदला बदली करता है।”

वाह  ज़ाकिर! सूवर की मानसिकता को अमरीकी रहन-सहन से जोड़ने के लिए एक नोबेल प्राइज तो बनता है।

2. “There are many verses in the Quran which say you can have sex with your wife and with whatever your right hand possesses.”
अर्थात
“कुरान के हिसाब से आप अपनी पत्नी के साथ यौन-क्रिया कर सकते है। साथ में, आपके दाईं हाथ में जो भी है, उसके साथ यौन-क्रिया कर सकते है।”

ज़ाकिर ने यह इसलिए कहा, क्योंकि वो समझाना  चाहते थे की पुराने दिनों में गुलामो के साथ बलात्कार क्यों होते थे। तो  दूसरे शब्दों में, ज़ाकिर यह कह रहे है की बलात्कार को भी हम जाइज़ बनना  सकते है।

3. “Muslim women should not be Heads of States because besides having to veil themselves they will have to shake hands with visiting Heads of States and, they are periodically out of action due to menstruation or pregnancy.”
अर्थात
“मुस्लिम महिलाओ को देश में ऊंचे राजनीतिक पद नहीं देने चाहिए क्योंकि एक तो उनको अपना पूरा बदन ढकना पड़ेगा, उसके ऊपर, दुसरे देशो के मंत्रियो से हाथ मिलाना पड़ेगा , और तो और,
मासिक धर्म या गर्भावस्था होने पर, सब काम बंद करना पड़ेगा।”

ज़ाकिर का असल में यह कहना है, की आप अपनी औरत को दाईं हाथ में दबा के रखे। बस।

4.  “Head of State is expected to act as Imam to lead men at prayer on important occasions. If it (woman head of state) happens, the worshippers’ minds will be distracted from the divine to the backside of the lady in front of them.”
अर्थात
“प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति को इमाम का दर्जा भी निभाना पड़ता है। औरत अगर इमाम का दर्जा निभाए, तो उसको नमाज़ पढ़ने के लिए झुकना पड़ेगा। और इससे, उसके पीछे जो आदमी नमाज़ पढ़ रहे होंगे , वो अल्लाह की बजाय अपना ध्यान प्रधानमंत्री के पिछवाड़े में लगा देंगे।”

चलो , इससे यह तो पता चल गया की ज़ाकिर की नज़र कहा जाती है।

ज़ाकिर नायक की बोलती वैसी है, जिस तरह हरभजन सिंह की बैटिंग। देखने में सबको मज़ा आता है। कभी कबार कुछ मज़ेदार भी हो जाता है। लेकिन इसका यह मतलब नहीं है, की भज्जी को इंडिया का बैटिंग कोच बनना  दे। उसी तरह ज़ाकिर को गलती से भी इस्लाम का गुरु न बनाए। यह नौटंकीबाज़ है। इसको मनरोनजन के नज़रिए से देखिये, हासिये, और फिर चैनल बदल दी जिए।

Sources: 
Why a Saudi award for televangelist Zakir Naik is bad news for India’s Muslims , 
Who’s responsible for the stereotypes of Islam? , 
Zakir Naik, who said Muslims can have sex with female slaves, 
gets Saudi Arabia's highest honour , 
One man’s belief is another’s shackle
Digiprove sealCopyright secured by Digiprove

9 thoughts on “Zakir Naik: फटा पोस्टर निकला Zero

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.